रंगईगुड़ा के 10 संघम सदस्यों का आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा । नक्सलियों से तंग आकर एक महिला समेत 10 संघम सदस्यों ने बुधवार की शाम 5 बजे दोरनापाल थाने में पहुँच आत्म समर्पण किया । आत्म समर्पण किए हुए संघम सदस्यों ने पूछताछ में बताया है कि और भी संघम सदस्य आत्म समर्पण के लिए तैयार है और शीघ्र ही आत्म समर्पण करने वाले हैं । फ़िलहाल सभी संघम सदस्यो से पुलिस पूछताछ ज़ारी रखे हुए हैं । सभी सदस्य दोरनापाल था अंतर्गत कोर्रापाड़ पंचायत के रंगईगुड़ा ग्राम के निवासी है ।

दोरनापाल एसडीओपी ओ.पी. शर्मा ने बताया कि आत्म समर्पण करने में महिला संघम सदस्य - पदाम बंडी (21), सोढ़ी हड़मा (35 वर्ष), वेट्टी गंगा (35 वर्ष), मड़कम माड़का (30 वर्ष) ताती हुंगा (29 वर्ष) ताती बंडी (22 वर्ष), मड़कम मुका (22 वर्ष), ताती देवा (32 वर्ष), कोहरुम देवा (30 वर्ष) व दूधी देवा (20 वर्ष) शामिल है । जिन्हें उसी गांव के पटेल सैकड़ों ग्रामीणों के साथ संघम सदस्यों को आत्म समर्पण के लिए दोरनापाल थाने लेकर पहुँचे थे । आत्मसमर्पित सभी सदस्य पिछले 2-3 वर्षों से नक्सलियों के साथ शामिल हुए थे । पूछताछ के दौरान संघम सदस्यों ने बताया कि वे नक्सलियों के कहने पर पेड़ काटना, सड़क काटकर मार्ग अवरुद्ध करने जैसे कार्य कराए जाते थे । उन्हें नक्सली जबरदस्ती घर से उठाकर ले जाते थे । रोजी-रोटी के लिए खेती भी करने नहीं दी जाती थी, मना करने पर पुलिस मुखबिर करने का आरोप लगाते हुए जान से मारने की धमकी दी जाती थी । पुलिस का दबाव बढ़ने व नित्य प्रति ख़ून-ख़राबे होने से तथा नक्सलियों से तंग आकर उन्होंने आत्म समर्पण करने का निर्णय लिया । साथ ही बताया कि और भी सदस्य शीघ्र ही आत्म समर्पण करने वाले हैं । आत्म समर्पित सदस्यों के मूलभूत आवश्यकताओं का वैकल्पिक व्यवस्था कर राहत शिविर दोरनापाल में ठहराया गया है । श्री शर्मा ने बताया कि आत्म समर्पितों के साथ सहानुभूतिपूर्वक रवैया अपनाया जाएगा ।

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